Makar Sankranti Festival in Hindi

मकर संक्रांति | Makar Sankranti Festival in Hindi

मकर संक्रांति भारत का एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य देवता की उपासना, नई फसल का स्वागत और समाज में सौहार्द्र बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

मकर संक्रांति का इतिहास

मकर संक्रांति का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों और शास्त्रों में मिलता है। यह त्योहार वैदिक काल से मनाया जाता रहा है।

  1. संस्कृत ग्रंथों में उल्लेख:
    • ऋग्वेद और महाभारत जैसे ग्रंथों में सूर्य की उत्तरायण यात्रा का महत्व बताया गया है।
    • इसे शुभ समय माना जाता है, क्योंकि सूर्य देव अज्ञानता के अंधकार को ज्ञान के प्रकाश में बदलते हैं।
  2. मिथकों से संबंध:
    • पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने असुरों का अंत करके पृथ्वी पर शांति स्थापित की थी।
    • गंगा नदी इसी दिन भगीरथ के पीछे-पीछे कपिल मुनि के आश्रम तक पहुंची थी, जिससे गंगा स्नान की परंपरा जुड़ी।
  3. भीष्म पितामह का प्रसंग: महाभारत में वर्णन है कि भीष्म पितामह ने अपनी मृत्यु के लिए उत्तरायण का चयन किया था, क्योंकि इसे मोक्ष प्राप्ति का समय माना गया।

मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है?

मकर संक्रांति के मनाने के पीछे खगोलीय, धार्मिक, और सांस्कृतिक कारण हैं।

  1. खगोलीय कारण:
    • यह त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है।
    • इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है, यानी सूर्य दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध की ओर बढ़ने लगता है। यह दिन और रात के संतुलन में बदलाव का समय है।
  2. धार्मिक कारण:
    • हिंदू धर्म में सूर्य को ज्ञान, ऊर्जा और जीवन का स्रोत माना गया है।
    • मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में सफलता और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
  3. सांस्कृतिक कारण:
    • यह त्योहार नई फसल के आगमन का उत्सव है।
    • किसान अपनी मेहनत का फल मिलने पर आभार व्यक्त करते हैं और खुशियां मनाते हैं।

मकर संक्रांति की तिथि

यह त्योहार हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का यह समय खगोलीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है।

मकर संक्रांति का महत्व

  1. खगोलीय महत्व:
    इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है, जिससे दिन लंबे और रातें छोटी होने लगती हैं। इसे ऋतु परिवर्तन का संकेत भी माना जाता है।
  2. धार्मिक महत्व:
    • यह त्योहार शुभ कार्यों की शुरुआत का प्रतीक है।
    • गंगा स्नान, दान-पुण्य और पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है।
    • महाभारत में भीष्म पितामह ने उत्तरायण में प्राण त्यागने को शुभ माना था।
  3. सांस्कृतिक महत्व:
    मकर संक्रांति पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाई जाती है। यह फसल कटाई के समय का उत्सव है।

मकर संक्रांति के नाम और उत्सव

  • उत्तर भारत: इसे “खिचड़ी” के रूप में जाना जाता है और लोग गंगा में स्नान करके दान करते हैं।
  • पंजाब: इसे “लोहड़ी” के एक दिन बाद मनाया जाता है।
  • गुजरात और राजस्थान: इसे “उत्तरायण” कहते हैं और पतंगबाजी का आयोजन होता है।
  • तमिलनाडु: इसे “पोंगल” के रूप में चार दिन तक मनाया जाता है।
  • बंगाल: इसे “पौष संक्रांति” कहते हैं, और गंगा सागर मेले का आयोजन होता है।
  • महाराष्ट्र: इस दिन लोग तिल-गुड़ बांटते हुए कहते हैं, “तिल गुड़ घ्या, गोड़ गोड़ बोला।”

परंपराएं और रिवाज

  1. सूर्य देव की पूजा:
    लोग सुबह जल्दी उठकर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करके सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।
  2. दान-पुण्य:
    तिल, गुड़, खिचड़ी और वस्त्रों का दान किया जाता है।
  3. पकवान:
    तिल-गुड़ के लड्डू, खिचड़ी, और विभिन्न मिठाइयाँ इस त्योहार की पहचान हैं।
  4. पतंगबाजी:
    खासकर गुजरात और राजस्थान में पतंग उड़ाने का आयोजन होता है।

पर्यावरणीय पहलू

मकर संक्रांति का त्योहार हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाने और ऋतु परिवर्तन का स्वागत करने की प्रेरणा देता है।

मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं! Makar Sankranti Wishes in Hindi

  1. धन, धान्य और खुशियों की भरमार हो,
    आपके जीवन में सुखसमृद्धि का संचार हो।
    मकर संक्रांति के पावन पर्व पर,
    आपको हमारी तरफ से ढेर सारा प्यार हो।
    शुभ मकर संक्रांति!
  2. पतंगों का त्योहार आया है,
    संग खुशियों का तोहफा लाया है।
    सूर्यदेव से मिलकर धरती ने,
    हर ओर उजाला फैलाया है।
    आपको और आपके परिवार को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।
  3. तिल हम हैं, और गुड़ आप हैं,
    मिठास जीवन की पहचान है।
    मकर संक्रांति पर यही संदेश,
    आपके जीवन में रहे सदा स्नेह और प्रेम।
  4. ऊंची उड़ान हो आपकी पतंग,
    जैसे आपके सपनों का रंग।
    सूरज की किरणें करें सबका उद्धार,
    शुभ हो मकर संक्रांति का ये त्योहार।
  5. गुड़ की मिठास, तिल का स्वाद,
    पतंगों की धूम, खुशियों का आगाज़।
    आपके जीवन में आए हर दिन नई बहार,
    शुभ हो आपको मकर संक्रांति का त्योहार।
  6. नया साल और नई खुशी,
    मकर संक्रांति की आप सभी को शुभकामना।
    तिल और गुड़ की मिठास के साथ,
    खुशियों से भर जाए जीवन की हर बात।

 शुभ मकर संक्रांति!

निष्कर्ष

मकर संक्रांति न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि यह एकता, प्रेम, और प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने का भी प्रतीक है। यह त्योहार हमें परंपराओं के साथ-साथ समाज में सद्भावना फैलाने की शिक्षा देता है।

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