‘डिजिटल इंडिया’ के तहत इंटरनेट को बढ़ावा देने की मुहिम काफी कारगर साबित रही। 2017 में प्राप्त एक आंकड़े के अनुसार हिंदुस्तान में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या कुल 331.77 मिलियन हो गयी। सरकार का मानना है कि सन 2022 तक भारत में इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या करीब 511.89 मिलियन तक हो जायेगी या इससे अधिक भी हो सकती है। आपको बता दूँ कि आज भारत दुनियां का दूसरा सबसे बड़ा ‘ऑनलाइन बाजार’ है, अर्थात भारत दूसरा ऐसा देश है जहां लोग इंटरनेट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा कर रहे हैं।
Free Internet और कम पैसों में ज्यादा Mobile Data मिलने की वजह से आज भारत के गांव-गांव में लोग इंटरनेट के इस्तेमाल से अवगत होते जा रहे हैं। केवल mobile internet users की हम बात करें तो 2016 के आंकड़े यह बताते हैं कि उस समय तक कुल 320.57 मिलियन लोग मोबाइल पर इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे थे। इस स्थिति को ध्यान में रख कर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत में mobile पर internet इस्तेमाल करने वालों में सन 2022 तक भारी उछाल आएगा जिसके तहत 492.68 मिलियन लोग mobile data का इस्तेमाल करने लगेंगे।
देश में बढ़ता हुआ Hindi Blog एवं YouTube Channel का चलन:
2014 के पूर्व भारत में ब्लॉग राइटिंग और यूट्यूब चैनल बनाने का चलन बेहद कम रहा जिसका एक प्रमुख कारण कम पैसों में Internet की उपलब्धता का न होना। हालांकि उसके पहले जागरूक लोग यह कार्य कर तो रहे थे पर वह इतनी गति से नहीं था जितना की आज है। विश्व में दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश भारत आज विश्व में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। गुजरे सिर्फ पांच वर्षों में इतनी ऊँची छलांग लगाना अपने आप में कबीले तारीफ है। केवल 5 वर्ष में भारत के युवाओं द्वारा बनाये चंद YouTube चैनल पूरी दुनियां में प्रसिद्ध हुए जिसकी तारीफ स्वयं Google YouTube ने की। इसके अतिरिक्त देश में online writing केवल अंग्रेजी भाषा तक सीमित न रहकर हिंदी में भी होने लगी। इसे ध्यान में रखकर Google Adsense ने Hindi Blog Writers को भी Display Advertising का अप्रूवल देना शुरू कर दिया। आज गूगल एडसेंसे हिंदी ब्लॉगर्स की कमाई का एक बड़ा जरिया बन चुका है, इसे हम ये भी कह सकते हैं कि हिंदी के रूप में स्वयं गूगल को भी display advertisement का एक मजबूत platform मिल गया है। ध्यान देने वाली बात है कि यहां गूगल और यूजर दोनों ही हिंदी से पैसे कमाने में सफल हो रहे हैं।
हिंदी ब्लॉग की प्रसिद्धि के कारण:
‘हिंदी है हिंदुस्तान, यही हमारी पहचान‘
जी हाँ, इसमें कुछ गलत बात भी नहीं। सन 2001 से 2011 तक भारत में हिंदी बोलने वालों की संख्या में 10 करोड़ इजाफा हुआ। इस प्रकार आज India में Hindi बोलने वालों की कुल संख्या 52 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है। बीते 10 सालों में कश्मीरी, बंगाली, गुजरती और मणिपुरी प्रांतों में रहने वाले लोग भी हिंदी बोलने में सक्षम हुए हैं। यह कहा जा सकता है कि हिंदी भाषा की पहुँच अब केवल उत्तरी भारत तक सीमित न रहकर उन क्षेत्रों में भी हो गयी है जहाँ उसे कभी अपनाने से लोग इंकार करते थे।
एक तरफ देश में सस्ते इंटरनेट की उपलब्धता, लोगों के हाथ में मोबाइल इंटरनेट और दूजी ओर हिंदी के विस्तार ने स्वतः ही हिंदी को Online की दुनियां में एक मंच प्रदान कर दिया। आज कई Best Hindi Blog भारत में अपनी पहचान बना चुके हैं, जो अपनी हिंदी के दम पर देश की 52 करोड़ आबादी को जानकारी प्रदान करने का कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में pakheru.com एक ऐसा नाम आता है जहाँ हिंदी पाठक सभी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पखेरू पर हिंदी कहानी, कविता, संपादकीय, स्वास्थ्य, हास्य व्यंग जैसे अन्य कई लेख प्रकाशित होते रहते हैं।
हिंदी की बढ़ती ऑनलाइन प्रसिद्धि नें विश्व का ध्यान और अधिक खींचना शुरू कर दिया है। जिसके तहत गूगल, फेसबुक, बीबीसी, क्वोरा, माइक्रोसॉफ्ट, याहू, बिंग जैसी तमाम विश्व प्रसिद्ध कंपनियां हिंदी भाषा को अपने प्रोग्राम का हिस्सा बनाने में लगी हैं।
हिंदी यूट्यूब चैनल की बढ़ती मांग:
YouTube पर आज Hindi Bloggers की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। Google के वर्तमान CEO नें अपने एक वक्तव्य के दौरान “निशा मधुलिका” जी का जिकर किया था, जो यह साफ़ दर्शाता है कि भारतीय यू-टूबर अपने देश में ही नहीं वरन विदेशों में भी खासे प्रसिद्ध हो रहे हैं मात्र हिंदी भाषा का इस्तेमाल करके।
निशा मधुलिका जी के बारे में कहूं तो,
वो एक ग्रहणी हैं जिनकी उम्र 56 वर्ष की है और फ़िलहाल नोएडा में रहती हैं, परन्तु मुख्य रूप से आगरा शहर की रहने वाली हैं। निशा जी नें अपना YouTube Channel सन 2009 में शुरू किया जिसमें वो हिंदी भाषा में भारतीय व्यंजन बनाना सिखाया करती थीं। आज निशा जी, केवल यूट्यूब चैनल चलाकर हर हफ्ते 9 से 10 लाख रुपये की कमाई कर लेती हैं। देश में Digital India प्रोग्राम आने से निशा जी की पहचान में और अधिक बढ़ौतरी हुई जो उनके चैनल के बढ़ते subscribers के रूप में देखी जा सकती है। निशा मधुलिका चैनल को YouTube Top Chef 2014 का अवार्ड मिल चुका है।
बॉलीवुड फिल्मों की कमाई पर क्या प्रभाव डाल रहे हैं हिंदी यू-ट्यूबर ?
हिंदी यूट्यूब चैनल जो फिल्म रिव्यु पर अपने वीडियो बना रहे हैं उनकी तादात निरंतर बढ़ती जा रही है। YouTube पर बढ़ता Hindi Film का रिव्यु ट्रेंड Bollywood को खासी परेशानी में डाल रहा है। परेशानी की वजह है फिल्मों की कमाई पर पड़ने वाला नकारात्मक प्रभाव। अगर रिव्यु पॉजिटिव रहे तो कमाई में करीब 18 प्रतिशत का इजाफा और यदि रिव्यु नेगेटिव रहे तो कमाई में 18 प्रतिशत की गिरावट। यूट्यूब Hindi Movie Reviews के इस बड़े प्रभाव को आंकते हुए अब कुछ फिल्म निर्माता बड़े-बड़े यूट्यूब चैनल के साथ हाथ मिलाने को भी तैयार हैं। शाहरुख़ खान की हालिया प्रदर्शित फिल्म ZERO का प्रमोशन प्रसिद्ध यूट्यूब चैनल BB Vines पर किया गया।
इस प्रकार कि गतिविधियों को देखकर हम सोच सकते हैं की दुनियां किस ओर जा रही है। वर्तमान दौर में दुनियां की आबादी कुल 7.7 बिलियन की हो चुकी है जिसमें से करीब 1.8 बिलियन लोग हर महीने YouTube देखते हैं अर्थात अकेले यूट्यूब देखने वाले लोगों की संख्या करीब 2 बिलियन के आस पास है। यह संख्या आगे बढ़ेगी और इतना बढ़ेगी की ये Home Television को आगे चलकर हटा देगी। यह तो तय है की वर्तमान जनरेशन अपने वृद्धावस्था में टेलीविज़न नहीं केवल यूट्यूब या अन्य ऑनलाइन वीडियो प्लेटफार्म पर होगी।
हिंदी का महत्त्व इंटरनेट पर हो रहे व्यापार के दृष्टिकोण से:
सफल व्यापार की पहली आवश्यकता है उपभोक्ता तक पहुंचना और उपभोक्ता तक पहुँचने का सरल माध्यम है उसकी भाषा से जुड़ना। हम जानते हैं कि भारत में हिंदी सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा है अतः किसी भी देशी या विदेशी कंपनी को अपने व्यापार को सफल बनाने के लिए हिंदी भाषा को अपनाना ही पड़ेगा। इंटरनेट दुनियां के बड़े व्यापारी – गूगल , फेसबुक , याहू , अमेज़न , बिंग , माइक्रोसॉफ्ट, बीबीसी इत्यादि हिंदी के महत्त्व को ध्यान में रखकर अपना कारोबार कर रहे हैं। अभी तो ये शुरुआत है सन 2030 तक भारतीय इंटरनेट की दुनियां में हिंदी ठीक अंग्रेजी जैसा मकाम हासिल कर लेगी।
अंत में,
बस यही कहना चाहूंगा कि अगर आप Internet पर हिंदी ब्लॉग या फिर हिंदी व्लॉग (वीडियो) चला रहे हैं तो घबरायें नहीं, अच्छे content के साथ काम करते रहें। हिंदी का भविष्य वेब की दुनियां में उज्जवल है; शर्त यही है कि आप अपना काम ईमानदारी मेहनत और लगन के साथ करते रहें।
लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा